55 वर्षीय महिला की सांस फूलने के बाद बिगड़ी हालत, जेएएच में इलाज के दौरान गई जान
निजी लैब में रिपोर्ट आई पॉजिटिव, हालत बिगड़ने पर किया गया रेफर
ग्वालियर में कोरोना से पहली मौत की पुष्टि हुई है। मृतक महिला 55 वर्षीय भूरीबाई भिंड जिले के बरासों गांव की निवासी थीं, जो कुछ समय से ग्वालियर में किराए पर रह रही थीं। उन्हें 12 जून को सर्दी, खांसी और बुखार की शिकायत पर ग्वालियर के एक ट्रस्ट हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। हालत में सुधार के बाद 15 जून को वे अपने गांव लौट गईं, लेकिन वहां दो दिन बाद उनकी तबीयत फिर बिगड़ गई। इसके बाद उन्हें भिंड के विवेकानंद अस्पताल में भर्ती कराया गया।
18 जून की सुबह सांस लेने में तकलीफ बढ़ने पर उनका कोविड सैंपल लिया गया और उसी दिन शाम को रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। महिला को आइसोलेशन में रखा गया, लेकिन स्थिति लगातार बिगड़ती रही। 22 जून को उन्हें ग्वालियर के जेएएच अस्पताल रेफर किया गया जहां 24 जून की देर रात उन्होंने दम तोड़ दिया।

मौत की जानकारी को दिनभर छिपाया गया, देर रात खुला मामला
महिला की मौत की खबर को अस्पताल प्रबंधन द्वारा मंगलवार पूरे दिन छिपाए रखा गया। हालांकि, देर रात यह जानकारी अस्पताल से लीक हो गई और भिंड प्रशासन तक पहुंची। भिंड के प्रभारी सीएमएचओ आलोक शर्मा ने पुष्टि करते हुए कहा कि ग्वालियर के जेएएच में भिंड की एक महिला की कोविड से मौत की सूचना मिली है। उन्होंने कहा कि जेएएच से संपर्क नहीं हो पाया है, सुबह तक पूरी जानकारी जुटाई जाएगी।
यह घटना एक बार फिर से प्रदेश में कोरोना की मौजूदगी और लापरवाही को उजागर करती है। ग्वालियर में हुई यह पहली मौत प्रशासन के लिए चेतावनी है, जिससे महामारी प्रबंधन को लेकर एक बार फिर गंभीरता से सोचने की जरूरत है।


