Ratlam जिले के सांवलिया रूंडी गांव की एक महिला ने अपने जेठ और उसके बेटों पर घर में घुसकर अश्लील हरकतें करने और जानलेवा हमला करने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। लेकिन मामला तब और ज़्यादा गंभीर हो गया जब पीड़िता ने Ratlam Police, विशेषकर DD Nagar थाना पर घटना को बदलने और आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया।
पीड़िता का कहना है कि पुलिस ने उसकी रिपोर्ट में से जानबूझकर आपत्तिजनक घटनाओं को हटा दिया, जिससे गंभीर अपराध को एक साधारण विवाद की तरह पेश किया गया। अब पीड़िता ने Ratlam SP अमित कुमार को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है।
नग्न अवस्था में घुसा आरोपी, हमला कर किया लहूलुहान
22 जुलाई की रात करीब 8 बजे, पीड़िता अपने बच्चों के साथ घर में थी तभी उसका जेठ थावर, नग्न अवस्था में हाथ में कुल्हाड़ी लेकर घर में घुसा। उसने अश्लील गालियां दीं और अनुचित हरकतें करने लगा। पीड़िता और बच्चों के चिल्लाने पर उसका देवर कैलाश मदद के लिए दौड़ा।
उसी वक्त थावर के बेटे दिनेश (हाथ में तलवार) और राजू भी मौके पर पहुंचे और तीनों ने मिलकर कैलाश पर जानलेवा हमला कर दिया। कुल्हाड़ी से सिर पर वार किया गया जिससे कैलाश बुरी तरह घायल हुआ और उसे 18 टांके लगे। कैलाश फिलहाल ICU में भर्ती है।
Ratlam Police पर रिपोर्ट बदलने और संरक्षण देने का आरोप
पीड़िता का आरोप है कि जब वह डीडी नगर थाने गई तो पुलिस ने कहा:
“नग्नता और अश्लीलता की बात रिपोर्ट में मत लिखवाओ, वरना तुम्हारी बदनामी हो जाएगी।”
बाद में जब अस्पताल में उसे FIR पढ़कर सुनाई गई, तो पता चला कि पुलिस ने कई गंभीर घटनाओं को रिपोर्ट से हटा दिया है। Ratlam Police द्वारा की गई यह कार्रवाई न केवल पीड़िता के साथ अन्याय है, बल्कि कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाती है।

SP से शिकायत, न्याय की मांग
पीड़िता ने Ratlam SP को शिकायती पत्र सौंपा है जिसमें लिखा है:
“अगर पुलिस ही आरोपी का साथ दे तो महिलाएं कहां जाएं? अब आत्महत्या ही मेरा अंतिम रास्ता है।”


