महाकाल मंदिर में गर्भगृह प्रवेश को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। इंदौर-3 से विधायक गोलू शुक्ला और उनके बेटे रुद्राक्ष शुक्ला ने नियमों की अनदेखी कर गर्भगृह में प्रवेश किया। मंदिर प्रशासन का कहना है कि विधायक को भी गर्भगृह में जाने की अनुमति नहीं थी, फिर भी वे बेटे के साथ अंदर गए।
विधायक ने सफाई दी कि वे कांवड़ यात्रा के साथ थे और एक व्यक्ति को अनुमति थी, इसलिए वे अंदर गए, लेकिन बेटे के प्रवेश से इनकार किया। जबकि मंदिर प्रशासक ने साफ कहा कि गोलू शुक्ला को कोई अनुमति नहीं थी।
घटना के समय महाकाल मंदिर के CCTV कैमरे बंद, जांच के आदेश
यह और गंभीर तब हो गया जब सामने आया कि घटना के समय महाकाल मंदिर के CCTV कैमरे और लाइव प्रसारण बंद थे। मंदिर में हमेशा सक्रिय रहने वाले कैमरे अचानक बंद होना संदेह पैदा करता है।
जिला कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच समिति बनाई है, जिसमें मंदिर के उप प्रशासक सत्यनारायण सोनी, सुरक्षा प्रभारी जयंत राठौर और सत्कार अधिकारी हिमांशु कारपेंटर शामिल हैं। समिति को 7 दिन में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं।

कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन, रुद्राक्ष शुक्ला पर प्रकरण दर्ज करने की मांग
महाकाल मंदिर विवाद पर कांग्रेस ने सख्त रुख अपनाया है। उज्जैन शहर कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश भाटी ने मंदिर कार्यालय का घेराव करने और रुद्राक्ष शुक्ला के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
मंदिर कर्मचारियों ने बताया कि रुद्राक्ष ने उन्हें धमकाते हुए जबरन गर्भगृह में प्रवेश किया, जबकि उसे रोका गया था। यह पहली बार नहीं है, वर्ष 2023 में भी रुद्राक्ष ने इसी तरह नियम तोड़े थे।
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