खंडवा। जिले में पुलिस ने एक बेहद सुनियोजित mission के तहत धनगांव थाना क्षेत्र के ग्राम अटूटखास में चल रहे जुए के अड्डे का भंडाफोड़ किया है। खेत और जंगलों के बीच बने इस अड्डे तक पुलिस की “स्पेशल 7” टीम कांवड़ियों के वेश में ढाई किलोमीटर पैदल चलकर पहुंची और वहां मौजूद 15 लोगों को रंगे हाथ पकड़ लिया। पकड़े गए आरोपियों में भाजपा, कांग्रेस और स्थानीय प्रभावशाली चेहरे भी शामिल हैं।
इस पूरी कार्रवाई का संचालन खंडवा एसपी मनोज कुमार राय ने स्वयं किया और इसे प्रशासनिक हलकों में एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।
दिन में ‘सर्वेयर’, रात में ‘कांवड़िए’: ऐसे चली फिल्मी जैसी कार्रवाई
एसपी राय ने पदमनगर टीआई प्रवीण आर्य और आरआई अरविंद दांगी सहित कुल सात पुलिसकर्मियों की एक विशेष टीम बनाई। दिन में टीम ने नहर सर्वेक्षण के बहाने गांव की रेकी की। इसके बाद रात करीब दो बजे, टीम कांवड़ियों के भेष में खेत और झाड़ियों से होते हुए अड्डे तक पहुँची। जुआरी पुलिस को पहचान भी नहीं सके और खेल जारी रखते रहे। जैसे ही संकेत मिला, टीम ने दबिश दी और 15 लोगों को मौके से गिरफ्तार कर लिया। हालांकि करीब 15 आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए।
रसूखदार भी जाल में फंसे, सांसद ने बनाई दूरी
गिरफ्तार आरोपियों में भाजयुमो मंडल अध्यक्ष और खुद को सांसद प्रतिनिधि बताने वाला राहुल यादव शामिल है, जो पहले भी महिला स्वास्थ्यकर्मी से गाली-गलौज के मामले में चर्चित रह चुका है। इसके अलावा भाजपा पार्षद पति सतीश सोलंकी और कांग्रेस नेता व ठेकेदार राम अजमेरा भी जुआ खेलते पकड़े गए।
खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए स्पष्ट किया कि राहुल यादव उनके व्यक्तिगत प्रतिनिधि नहीं हैं और लगभग ढाई साल से उन्होंने किसी को प्रतिनिधित्व नहीं सौंपा। हालांकि उन्होंने यह स्वीकार किया कि आईटीआई की एक बैठक में उन्होंने उसका नाम प्रस्तावित किया था।
जुआरियों का नेटवर्क बेहद सतर्क, सबूत छिपाने की पूरी तैयारी
सूत्रों के अनुसार, अटूटखास गांव में बाहरी लोगों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए मुखबिरों का नेटवर्क सक्रिय था। बाहर से आए खिलाड़ियों के मोबाइल तक मौके पर ले लिए जाते थे ताकि कोई डिजिटल सबूत न बचे। इसी वजह से इस बार पुलिस ने टीम का वेश बदला और पूरी योजना शहर से क्रियान्वित की।

कार्रवाई में पुलिस ने 1,77,200 रुपये नकद, 52 ताश के पत्ते, 14 मोबाइल, 10 दोपहिया वाहन और 2 कारें जब्त की हैं। कुल बरामद सामग्री की अनुमानित कीमत 15 लाख रुपये बताई जा रही है।
टीआई पर कार्रवाई, जांच दूसरे थाने को सौंपी
जुए के इस mission की सफलता के बाद धनगांव टीआई राजेश ओहरिया को लाइन अटैच कर दिया गया है। मामले की जांच अब जावर थाना प्रभारी जीपी वर्मा के हवाले की गई है। पुलिस ने सभी 15 आरोपियों के खिलाफ जुआ एक्ट की धाराओं 3, 4 और 13 के तहत केस दर्ज किया है।
एफआईआर में नाम दर्ज आरोपी:
अनिल जायसवाल, नकुल नायक, संतोष उर्फ बाचू पंवार, आर्यन लाड, सचिन शिंदे, अजय सिंह, कमलेश अवचरे, छितर सोनी, महेश झराने, टीकम डीमर, अर्जुन बंजारा, राहुल यादव, सतीश सोलंकी, राम अजमेरा और महेश राठौर।
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