मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना अब सिर्फ एक कल्याणकारी योजना नहीं, बल्कि एक बड़े घोटाले की मिसाल बन चुकी है। मध्यप्रदेश में दिव्यांग बच्चों की मदद के लिए शुरू की गई इस योजना में करोड़ों रुपये का फर्जीवाड़ा सामने आया है। इस योजना के तहत दिव्यांग बच्चों को कॉक्लियर इम्प्लांट सर्जरी और फॉलोअप इलाज की सुविधा दी जानी थी, लेकिन RTI और कोर्ट में दायर जनहित याचिका (PIL) के बाद यह स्पष्ट हुआ कि यह योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है।
CAG रिपोर्ट 2019 में ही उजागर हो गया था घोटाला
मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना में हुए इस फर्जीवाड़े का उल्लेख 2019 में ही महालेखाकार (CAG) की ऑडिट रिपोर्ट में कर दिया गया था। रिपोर्ट के अनुसार भोपाल की एक निजी संस्था दिव्या एडवांस ईएनटी सहित कई अन्य को बिना किसी वास्तविक फॉलोअप चेकअप या इलाज के 2 करोड़ 27 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया। इन भुगतानों का आधार केवल कागजों पर था, वास्तविकता में बच्चों का कोई इलाज या फॉलोअप नहीं हुआ। इसके बावजूद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के जबलपुर कार्यालय के अधिकारियों ने इसे नजरअंदाज कर दिया।

RTI से निकली सच्चाई, सामने आए फर्जी हस्ताक्षर
समाजसेवी शैलेंद्र बारी और सत्येंद्र कुमार यादव ने जब RTI के माध्यम से दस्तावेज़ हासिल किए, तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। अभिभावकों के फर्जी हस्ताक्षर कर रकम निकाली गई। आरटीआई में प्राप्त दस्तावेजों में एक जैसे हस्ताक्षरों की प्रतियां मिलीं, जिन्हें देखकर विशेषज्ञों और पीड़ितों ने भी कहा कि ये सभी फर्जी हस्ताक्षर हैं और ऐसा प्रतीत होता है कि एक ही व्यक्ति ने सभी पर साइन किए हैं।
फॉलोअप इलाज के नाम पर करोड़ों का खेल
CAG की रिपोर्ट के अनुसार अधिकांश मामलों में बच्चों की सर्जरी के बाद न तो कोई मेडिकल फॉलोअप हुआ और न ही इलाज। फिर भी फर्जी बिलों के आधार पर सरकारी खजाने से भुगतान जारी हुआ। सबसे गंभीर बात यह है कि स्वास्थ्य विभाग ने जानबूझकर इस रिपोर्ट को दबाए रखा, और वर्षों तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
हाईकोर्ट की सख्ती के बाद पूरे प्रदेश में जांच की संभावना
वकील अमिताभ गुप्ता की ओर से हाईकोर्ट में याचिका दायर होने के बाद अब यह मामला सिर्फ जबलपुर तक सीमित नहीं रहेगा। कोर्ट के निर्देश के बाद पूरे मध्यप्रदेश में इस योजना की जांच हो सकती है। इससे यह घोटाला कई करोड़ रुपये तक का हो सकता है, और इसमें शामिल अन्य अधिकारियों और निजी संस्थानों की भी भूमिका सामने आ सकती है।
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