भारत का सबसे प्राचीन मंदिर Madhya Pradesh मिलने की संभावना जताई जा रही है , मध्य प्रदेश जिसे भारत का ‘हृदय प्रदेश’ कहा जाता है, ऐतिहासिक धरोहरों और प्राचीन मंदिरों का केंद्र रहा है। । पन्ना जिले के नचना गांव में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम खुदाई कर रही है, जिससे इस रहस्य से पर्दा उठ सकता है। अगर यह अनुमान सही साबित होता है, तो मध्य प्रदेश को सबसे प्राचीन मंदिर मिलने का गौरव प्राप्त होगा।
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Madhya Pradesh: भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत का केंद्र
मध्य प्रदेश हमेशा से ही भारतीय संस्कृति और धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र रहा है। खजुराहो, उज्जैन, सांची और ओरछा जैसे स्थल इसकी ऐतिहासिक और आध्यात्मिक विरासत को दर्शाते हैं। अब नचना गांव भी इस सूची में शामिल हो सकता है, जिससे यह प्रमाणित होगा कि सबसे प्राचीन मंदिर मध्य प्रदेश में स्थित हो सकता है।
नचना गांव: भारत का सबसे प्राचीन मंदिर मिलने की संभावना!
नचना गांव पहले से ही प्राचीन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। यहां स्थित हैं:
✅ गुप्तकालीन पार्वती मंदिर
✅ कलचुरी वंश का चौमुखनाथ मंदिर
अब इन्हीं मंदिरों के पास खुदाई चल रही है, जिससे यह संभावना और मजबूत हो गई है कि सबसे प्राचीन मंदिर यहीं स्थित हो सकता है। अगर यह सच होता है, तो मध्य प्रदेश को भारत की प्राचीनतम धरोहर के रूप में एक नई पहचान मिलेगी।
मध्य प्रदेश में गुप्त और कलचुरी काल की भव्यता
विशेषज्ञों का मानना है कि नचना गांव के मंदिर भारत के सबसे पुराने पत्थर के मंदिरों में शामिल हैं। इनकी तुलना भूमरा और देवगढ़ के मंदिरों से की जाती है।
📌 गुप्तकाल (5वीं-6वीं सदी) में बने ये मंदिर भारत की स्थापत्य कला और धार्मिक विकास का प्रमाण हैं।
📌 चौमुखनाथ मंदिर (9वीं सदी) मध्य प्रदेश की प्राचीन वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है।
अगर इस खुदाई में नया मंदिर मिलता है, तो यह साबित करेगा कि भारत का सबसे प्राचीन मंदिर मध्य प्रदेश की भूमि पर स्थित है।
भारत का सबसे प्राचीन मंदिर खोजने के लिए ASI की बड़ी पहल!
ASI के वरिष्ठ पुरातत्वविद् डॉ. शिवाकांत बाजपेयी का कहना है कि नचना गांव का यह क्षेत्र ऐतिहासिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण है। यहां की खुदाई से हमें प्राचीन भारतीय संस्कृति और धर्म के बारे में नई जानकारियाँ मिल सकती हैं। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस स्थल पर प्राचीन मंदिर छिपा हो सकता है, जिससे हमारी धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहर और समृद्ध होगी।
‘सांची 17’ मंदिर ,नचना गांव:
अब तक, सबसे प्राचीन मंदिर ‘सांची 17’ को माना जाता था, जो 5वीं सदी ईस्वी में गुप्तकाल के दौरान बनाया गया था। यह मंदिर अपनी सरल संरचना और स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध है।
यदि नचना गांव की खुदाई में इससे भी पुराना मंदिर मिलता है, तो इसे सबसे प्राचीन मंदिर होने का गौरव मध्य प्रदेश को प्राप्त हो सकता है।
धार्मिक आस्था और मध्य प्रदेश की महिमा
इस ऐतिहासिक खोज से केवल इतिहासकार ही नहीं, बल्कि श्रद्धालु और पर्यटक भी उत्साहित हैं। अगर यह मंदिर भारत का सबसे प्राचीन मंदिर सिद्ध होता है, तो यह स्थान एक महत्वपूर्ण धार्मिक और पर्यटन केंद्र बन जाएगा।
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